देश में सबसे प्रदूषित है पवित्र नगरी बनारस की हवा
बनारस (जेएनएन)। पवित्र नगरी के नाम से मशहूर बनारस की हवा देश में सबसे खराब है। यहां की हवा में प्रदूषण का स्तर तय सीमा से कहीं ज्यादा है। आलम यह है कि वर्ष में अधिकतर दिन इस नगरी की हवा का स्तर बेहद खराब या वैज्ञानिक भाषा में कहें तो 'गुड' नहीं रहा है। एयर क्वालिटी में 'गुड' लेवल उस वक्त कहा जाता है जब एयर क्वालिटी इंडेक्स पर इसका स्तर 50 से नीचे होता है।
इसे भी पढ़ें :- क्यों बॉलीवुड? इन 15 दिनों को पनौती मानता है,
यदि इस इंडेक्स में शामिल किसी भी चीज का स्तर 100 को पार हो जाता है, तो इसको मोडरेट माना जाता है। जिसे बच्चों के लिए बेहद खतरनाक स्तर माना जाता है। वहीं इससे अधिक उम्र के लोगों में सांस लेने की समस्या हो जाती है।
इसका जिक्र सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों में दर्ज है।
इसे भी पढ़ें :- डिनर की फोटो शेयर करने से पति ने पत्नी को दिया तलाक
इसके मुताबिक भारत में सबसे अधिक घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के दो शहर वाराणसी और इलाहाबाद में हवा का स्तर बेहद खतरनाक स्तर पर जा पहुंचा।
इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले एश्वर्या मदिनेनी के मुताबिक वाराणसी में हवा का स्तर लगातार खराब रहा है। करीब 150 दिन यहां की एयर क्वालिटी बेहद खतरनाक स्तर पर थी।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि इस दौरान एयरबॉर्न पॉल्यूशन का स्तर 2.5 माइक्रो मीटर रहा, जो कि बेहद खतरनाक स्तर माना जाता है। यह सीधे तौर पर फेफड़े, खून और दिमाग पर असर डालता है। वर्ष 2015 के अक्टूबर और नवंबर माह में यही स्तर करीब दोगुना हो गया था। वर्ष 2016 में कोर्सर पार्टिकुलर्स का स्तर करीब 10 माइक्रो मीटर तक पहुंच गया था। यह पहले से करीब तीन गुणा ज्यादा था।
इसे भी पढ़ें :- ये कारें. बिना पेट्रोल-डीजल के चलती हैं
WHO की एक रिपोर्ट में यह बात निकलकर सामने आई कि दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में से करीब बीस अकेले भारत में ही हैं। इसमें मध्य प्रदेश का ग्वालियर भी शामिल है। वहीं इलाहाबाद और देश की राजधानी दिल्ली भी उन्ही शहरों में शामिल है, जहां का टॉक्सिक लेवल काफी अधिक है।
दिल्ली में तो पिछले दिनों ही स्मॉग के चलते सभी स्कूलों को बंद करना पड़ा था। यहां तक कि कुछ देशों ने अपने पर्यटकों को यहां न आने को लेकर एडवाइजरी तक जारी की थी। गौरतलब है कि आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में हजारों की तादाद में श्रद्धालु और पर्यटक हर रोज पहुंचते हैं।
दिल्ली में तो पिछले दिनों ही स्मॉग के चलते सभी स्कूलों को बंद करना पड़ा था। यहां तक कि कुछ देशों ने अपने पर्यटकों को यहां न आने को लेकर एडवाइजरी तक जारी की थी। गौरतलब है कि आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में हजारों की तादाद में श्रद्धालु और पर्यटक हर रोज पहुंचते हैं।
इसे भी पढ़ें :- हनी ले उड़ी बाबा का ख़जाना, राम रहीम का जेल में रो-रो कर हुआ बुरा हाल, जानें हनीप्रीत की बेवफ़ाई का सच?
No comments:
Post a Comment