सिगरेट के धुंए से ज्यादा खतरनाक है मच्छर अगरबत्ती का धुंआ, जानिए
'मच्छर से बचने के लिए हमलोग कई तरह के क्वाइल का इस्तेमाल करते हैं। इसके जलने से काफी जहरीला धुआं निकलता है।
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एक मच्छर अगरबत्ती से 51 सिगरेट के बराबर जहरीला धुआं उत्सर्जित होता है। हर साल घर के अंदर से निकलने वाली प्रदूषित हवा की वजह से दस लाख बच्चे सांस की बीमारियों से पीडि़त हो रहे हैं।
यह बातें बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की राज्य मूल्यांकन समिति के अध्यक्ष डॉ अशोक घोष ने सेंटर फॉर एन्वायर्नमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) द्वारा 'स्वच्छ वायु बिहार' पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कही।
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साल अमेरिका में सिगरेट की वजह से फेफड़े के कैंसर से 21 हजार लोगों की मौत हो रही है।
प्रदूषित हवा की वजह से लोगों का फेफड़ा कमजोर हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया में भारत के लोगों का फेफड़ा सबसे कमजोर है।
डॉ घोष ने कहा कि पटना में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण घरेलू जलावन है। वायु प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 21 फीसद है। उसके बाद ईंट- भट्ठे व वाहनों से क्रमश: 20- 20 फीसद प्रदूषण होता है।
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बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक डॉ एस एन जायसवाल ने कहा कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार गंभीर है।
पटना में हवा की शुद्धता की जांच के लिए एक केन्द्र कार्य कर रहा है। जुलाई तक दो और केन्द्र प्रारंभ हो जाएंगे।इस अवसर पर सीड के सीईओ रमापति कुमार, विनोद अनुपम, डॉ सांगनिक डे, तन्वी बोन्गाले और डॉ अरविन्द कुमार ने विचार व्यक्त किए।
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