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Saturday, November 4, 2017

पत्नियों को बदसूरत बनाने के लिए गाय और सूअर की चर्बी से चेहरे पर बनवा देते हैं टैटू

पत्नियों को बदसूरत बनाने के लिए गाय और सूअर की चर्बी से चेहरे पर बनवा देते हैं टैटू



दुनिया में शायद ही कोई ऐसा मर्द होगा जो नहीं चाहेगा कि उसकी पत्नी खूबसूरत दिखे। हर इंसान चाहता है कि उसकी बीवी इतनी सुंदर हो कि देखने वाले देखते रह जाएं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस धरती पर एक जगह ऐसी भी है










जहां पति नहीं चाहता कि उसकी पत्नी सुंदर दिखे। सुंदर दिखना तो दूर यहां के पति कुछ ऐसा कर देते हैं







कि उनकी बीवी हद से ज्यादा बदसूरत दिखे। जी हां यहां पर पति जानबूझकर अपनी पत्नियों को बदसूरत बना देते हैं। 








इस देश का नाम है म्यानमार। म्यानमार के मगन चिन और मुन जनजाति के मर्द अपनी पत्नियों के साथ इस तरह के काम को अंजाम देते हैं।








इस जनजाति के मर्द अपनी बीवियों को बदसूरत बनाने के लिए उनके चेहरे पर दर्दनाक और खतरनाक टैटू बनवा देते हैं।








आपको जानकर हैरानी होगी कि टैटू बनवाने के लिए जिस तरह की स्याही का इस्तेमाल किया जाता है वो सूअर और गाय की चर्बी के बने होते हैं। चर्बी के अलावा कालिख और जंगली पौधों से भी इन स्यही को तैयार करते हैं। इतना ही नहीं टैटू को चेहरे और शरीर पर गोदने के लिए ये लोग बांस और जानवरों के सींघों का इस्तेमाल करते हैं।






टैटू को बनाने में कम से कम एक दिन का समय लग जाता है। इन खतरनाक टैटू को जब मर्द अपनी पत्नियों के शरीर पर बनाते हैं उस वक्त वो महिलाएं दर्द से इतना चीखती हैं कि किसी की भी रुह कांप जाए। इस खतरनाक टैटू की वजह से कई औरतें संक्रमण का भी शिकार भी हो चुकी हैं। घंटों तक उनके चेहरे से खून निकलता रहता है। इन सबके बानजूद इनके पतियों को इनपर जरा भी तरस नहीं आता।








अपनी पत्नियों को असहनीय दर्द देखर उन्हें बदसूरत बनाने की प्रथा कई सालों से चलती आ रही है। इस जनजाति के मर्दों का ऐसा करने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण छिपा हुआ है। 




दरअसल दशकों पहले जब म्यानमार में राजशाही थी तब यहां एक से एक क्रूर राजाओं का शाशन चलता था। ये क्रूर राजा अपने राज्य की सुंदर औरतों को उठा ले जाते थे और उन्हें अपना गुलाम बनाकर उनका शारीरिक शोषण करते थे।







इन राजाओं की इस क्रूरता से बचने के लिए ही मगन, चिन और मुन जनजाति के लोग अपनी पत्नियों को बदसूरत बना देते थे। इन लोगों का मानना था कि अगर उनकी औरतें बदसूरत दिखेंगी तो किसी की नजर उनकी तरफ नहीं पड़ेगी। अपनी पत्नियों को बचाने के लिए ये परंपरा जो शुरू हुई वो आज तक चलती आ रही है।




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