विद्यालय हमारी मां और शिक्षा बैकबोन
सहारनपुर के मुन्नालाल एंड जयनारायण खेमका गर्ल्स महाविद्यालय में स्वर्ण जयंती समारोह बुधवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रणव पंड्या कुलाधिपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने किया।
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एनसीसी कैडेट्स ने मेजर पंकज छाबड़ा के साथ गार्ड ऑफ ऑनर से अतिथि का स्वागत किया। डा. अमिता अग्रवाल ने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए दीप प्रज्ज्वलित किया।
प्रबंध समिति के सचिव दिग्विजय ने प्रणव पंड्या का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि डा. जेएस नेगी राजकुमार, डा. शिप्रा बनर्जी आदि का भी स्वागत किया गया। प्राचार्य ने महाविद्यालय की 50 वर्षों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
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इसके बाद मुख्य अतिथि प्रणव पंड्या ने महाविद्यालय के 50 वर्ष पूर्ण करने के स्वर्णिम अवसर पर अपनी प्रसन्नता वक्त की। महाविद्यालय को मां का दर्जा देने की बात कहते हुए सम्मान करने को कहा। कहा कि शिक्षा हमारी बैकबॉन है।
जिसके बल पर हम खड़े रहते है। उसको मजबूत बनाना है। शिक्षा हमें ज्ञान देती है और विद्या, ज्ञान, संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन जीने की कला का सर्वांगीण विकास करती है। नारी शिक्षा को महत्ता प्रदान करते हुए कहा कि नारी सृजन संवेदना और साहस की देवी है।
उसको शिक्षित करना बड़े ही गर्व और सम्मान की बात है। विशिष्ट अतिथि डॉ. जेसी नेगी ने कहा कि गायत्री मंत्र का जाप करने वाला गुरु है। जो कि पवित्र मंत्र है।
इस बीच छात्राओं ने अलबेला सजन आयो री.... और भंगड़ा आदि पर उम्दा प्रस्तुतियां दी। डा. निशा शुक्ला द्वारा संपादित कॉलेज की पत्रिका अमर ज्योति का विमोचन किया गया।
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भूतपूर्व प्राचार्य डा. नीलांजना किशोर ने हां मुझे आकाश चाहिए... कविता के माध्यम से विचार रखे।
भूतपूर्व प्राचार्य डा. कमल कुमारी, वीना जैन, डा. पद्मजा अमित, सेवानिवृत्त प्रवक्ता डा. स्वर्ण सखूजा, डा. शारदा शर्मा, डा. उषा अग्रवाल, डा. शिप्रा बैनर्जी, डा. प्रेम त्यागी, मंजू गुप्त, मनोरमा भट्ट, डा. शकुंतला दुबे, डा सुधा, डा. लता गर्ग, डा. मंजू भार्गव, भारती भटनागर, सरोजिनी, धर्मपाल,
नीना आदि को प्राचार्य ने सम्मानित किया।
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