भेड़ पालने वालों के लिए आई खुशखबरी!
किसानों की आय का साधन उनकी खेती और जानवर होते हैं। इन्हीं के माध्यम से वो अपना गुजर-बसर करते हैं।
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ऐसे किसान जो भेड़ों का पालन कर अपना जीवनयापन करते हैं उनके लिए खुशखबरी है। रिसर्चर्स ने भेड़ों के कुछ ऐसे जेनेटिक्स कोड का पता लगाया है
जिससे एक भेड़ की सेहत और प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है।
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वैज्ञानिकों ने इस रिसर्च के लिए भेड़ों के कुछ जीन्स को ऑन और ऑफ किया जिससे उन्हें अलग-अलग जींस के अलग-अलग कामों के बारे में पता चला।
रिसर्चर्स ने कहा कि इस रिसर्च से किसानों को भेड़ पालन में काफी मदद मिलेगी और उन भेड़ों की प्रजनन क्षमता में भी सुधार होगा।
भेड़ों के अंदर 20,000 से भी ज्यादा जीन होते हैं जो अलग-अलग कामों को अंजाम देते हैं। रिसर्च टीम ने इनमें जेनेटिक मटैरियल आरएनए पर फोकस किया।
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यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के रिसर्चर्स न इस बात का पता लगाया कि भेड़ के शरीर में मौजूद आरएनए के बारे में जानने की कोशिश की जो उनके टिश्यू से प्रोड्यूस होता है।
ये आरएनए एक भेड़ के जेनेटिक इनफोर्मेशन को प्रभावित करते हैं।
इस रिसर्च के निष्कर्ष उन सैकड़ों जीनों के कार्य पर प्रकाश डालते हैं जिनकी भूमिका पहले अज्ञात थी। इन सबके बारे में जानकर एक भेड़ के कार्य प्रणाली के बारे में जाना जा सकते हैं और भेड़ों की सेहत को उम्दा बना कर अपने रोजगार को और बेहतर तरीके से चला सकते हैं।
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